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वर्किंग रिपोर्टर्स एसोसिएशन रजि. पंजाब आफ इंडिया का प्रतिनिधिमंडल डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर से मिला


*संगरूर के पत्रकारों पर झूठा मामला दर्ज करने व उनकी तुरंत रिहाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा मांग पत्र
*कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए- सटेट प्रधान बलवीर सैनी

होशियारपुर,(तरसेम दीवाना )
वर्किंग रिपोर्टर्स एसोसिएशन रजि. पंजाब आफ इंडिया का एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष श्री बलवीर सिंह सैनी के नेतृत्व में श्रीमती कोमल मित्तल डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर से मिलकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को संगरूर पुलिस स्टेशन में दो पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए झूठे मामले के खिलाफ एक मांग पत्र भेजा। इस प्रतिनिधिमंडल में तरसेम दीवाना संयुक्त सचिव भारत, गुरबिंदर सिंह पलाहा उप चेयरमैन पंजाब, ओम प्रकाश राणा जिला महासचिव,अश्विनी शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इंद्रजीत सिंह मुकेरियां, सुखविंदर सिंह मुकेरियां, रमन तंगरालिया, बलजिंदर सिंह,राकेश कुमरा और अन्य पत्रकार साथियों ने भाग लिया। इस ज्ञापन में शामिल मांगों के संबंध में जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रिंसिपल बलवीर सिंह सैनी ने कहा कि वैसे तो पत्रकारों को दबाने के लिए उनके खिलाफ साजिशें रची जाती रहती हैं , लेकिन आश्चर्य की बात है कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद पत्रकारों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने की बाढ़ आ गई है जिनमें से अधिकांश विभिन्न क्षेत्रों के माफिया लोगों द्वारा पत्रकारों को डराने-धमकाने के लिए दर्ज किए गए हैं ताकि वे असामाजिक तत्वों को उजागर न कर सकें। इसी ऋम में संगरूर में दो पत्रकारों गुरमेल सिंह छाजली और कुलदीप सिंह सगु के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें इतनी तेजी से कार्रवाई की गई कि पत्रकारों को बिना सुनवाई का मौका दिए सीधे जेल भेज दिया गया प्रधान बलवीर सिंह सैनी ने कहा कि न केवल लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया बुरी तरह टूट रहा है, बल्कि आम आदमी पार्टी सरकार भी अपने कार्यकाल के दौरान पत्रकारों के साथ बड़े पैमाने पर हुए दुर्व्यवहार और झूठे मामलों के कारण बदनाम हुई है। मांग पत्र में इसका कड़ा विरोध करते हुए मुख्यमंत्री से मांग की गई कि दो पत्रकारों गुरमेल सिंह छाजली और कुलदीप सिंह सगू के खिलाफ पुलिस स्टेशन सिटी संगरूर में दर्ज झूठी एफआईआर क्रमांक: 0146 दिनांक 11 जुलाई 2024 को तत्काल निरस्त किया जाए तथा दोनों पत्रकारों को अविलंब रिहा किया जाए। उक्त दोनों पत्रकारों को ड्यूटी के दौरान डॉक्टर के साथ भीड़ ने पीटा था और इस पूरे मामले की तह तक जाने के लिए माननीय उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच का आदेश जारी किया जाना चाहिए ताकि पत्रकारों को न्याय मिल सके और अस्पतालों में फैली भ्रष्ट व्यवस्था को भी उजागर किया जा सकता है। मांग पत्र में यह भी बताया गया कि इसी तरह का एक और मामला सिविल अस्पताल होशियारपुर में हुआ था जिसमें 14 नवंबर 2022 को कवरेज करने गए दो पत्रकारो पर मौके के एसएमओ ने हमला कर दिया था। डॉ. स्वाति शिमार एवं डॉ. सुनील भगत ने जहां मीडिया द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों को बाधित किया, वहीं पुलिस से मिलीभगत कर दोनों के विरुद्ध झूठा एवं बेबुनियाद मुकदमा संख्या 0291 दिनांक 14 उक्त डॉक्टरों द्वारा नवंबर 2022 को दर्ज कराया गया था, जो अब कोर्ट में चल रहा है और पत्रकार जमानत पर हैं, जबकि पत्रकारों द्वारा उक्त मामले का पहला लिखित आवेदन
मॉडल टाउन होशियारपुर थाने में देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई । प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से कवरेज में लगे मीडिया कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके काम में बाधा डालने वालों के खिलाफ अविलंब मामला दर्ज करने का आदेश लागू करने की मांग की ताकि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया सुरक्षित रहे देय जिम्मेदारी को पूरा करने में सक्षम हो। इस अवसर पर उपायुक्त श्रीमती कोमल मित्तल ने आश्वासन दिया कि वे पत्रकारों के हित में इस मांग पत्र को उचित व्यवस्था के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगी। इस अवसर पर अन्य लोगों के अतिरिक्त प्रदेश अध्यक्ष बलवीर सिंह सैनी, तरसेम दीवाना, गुरबिंदर सिंह पलाहा, ओपी राणा, अश्वनी शर्मा, इंद्रजीत प्रधान मुकेरियां, रमन कुमार, दलवीर चरखा, सुखविंदर सिंह मुकेरियां, गौरव कुमार, सुरिंदर मट्टू, राकेश कुमार, अमरजीत भट्टी, बलजिंदर सिंह आदि उपस्थित


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